जीवन वाहिनी इन्टीग्रेटेड एम्बुलेंस योजना है लाभकारी
जैसलमेर, 8 सितम्बर | डाॅ. एन.आर.नायक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि जैसलमेर जिले में 15 अगस्त से जीवन वाहिनी इन्टीग्रेटेड एम्बुलेंस योजना प्रारम्भ कर आमजन को लाभान्वित किया जा रहा है। जीवन वाहिनी इन्टीग्रेटेड एम्बुलेस सर्विस को जीपीएस, मोबाईल ऐप एवं आॅन लाईन साॅफ्टवेयर से जोडकर सेवा की माॅनिटरिगं और गुणवत्ता पूर्ण उपलब्धता सुनिश्चितता की जा रही है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिषन के अन्तर्गत संचालित चार सेवाओ को एकीकृत कर जीवन वाहिनी इटींग्रेटेड एम्बुलेंस योजना को प्रारम्भ किया गया है । उन्होनेे बताया कि इसमें 108 एम्बुलेंस सेवा, 104 जननी एक्सपे्रस एम्बुलेंस सेवा, बेस एम्बुलेंस सेवा तथा 104 चिकित्सा परामर्श सेवा को सम्मिलित किया गया है।
डाॅ. नायक ने बताया कि जीवन वाहिनी इटींग्रेटेड एम्बुलेंस योजना के अन्तर्गत सेवा प्राप्त करने के लिये 108 अथवा 104 कोई भी एक नम्बर डाॅयल करना पडेगा। जीवन वाहिनी इन्टीग्रेटेड एम्बुलेंस योजना के अन्तर्गत प्रसूताओं, नवजात शिशुओ के लिये तथा पुलिस व फाॅयर से संबधित आपातकालीन सेवाए प्रदान की जा रही है।
डाॅ.नायक ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओ से संबधित शिकायत दर्ज करवाने, काउन्सलिंग तथा विभाग की विभिन्न योजनाओ के बारे में जानकारी 108 अथवा 104 कोई भी एक नम्बर डाॅयल करने पर प्रदान की जा रही है। जीवन वाहिनी इन्टींग्रेटेड एम्बुलेंस योजना की सेवाये सेवाप्रदाता जीवीकेईएमआरआई के माघ्यम से प्रदान की जा रही है तथा सेवाप्रदाता को प्रत्येक वैघ काॅल पर सेवाये प्रदान करना आवश्यक होगा एवं सेवा प्रदान नही करने पर उसके भुगतान में कटौती की जावेगी । राज्य स्तर पर योजना के सफल संचालन एवं माॅनिटरिगं व भुगतान प्रकिया को सुगम बनाने के लिये साॅफ्टवेयर तैयार किया गया है। साॅफ्टवेयर जीपीएस सिस्टम के माध्यम से घटना स्थल से निकटतम एम्बुलेंस की स्थिति बताने में सक्षम होगा, जिससे तत्काल निकटतम एम्बुलेंस को घटनास्थल पर भिजवाकर पीड़ित आमजन को लाभान्वित किया जावेगा। एम्बुलेंस के वाहन चालक भी मोबाईल एप के माध्यम से साॅफ्टवेयर से जुडें रहेगे जिससे एम्बुलेंस की स्थिति व उसके सम्पूर्ण आवागमन की जानकारी साॅफ्टवेयर में दर्ज होती रहेगी। साॅफ्टवेयर के माध्यम से सेवाप्रदाता द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओ की गुणवत्ता का आकंलन किया जायेगा तथा साॅफ्टवेयर के माध्यम से सेवाप्रदाता को किये जाने वाले आॅनलाईन भुगतान की प्रकिया को सरल, पारदर्शी व तर्कसगंत बनाया गया है।
डाॅ. नायक ने बताया कि जीवन वाहिनी इटींग्रेटेड एम्बुलेंस योजना के अन्तर्गत सेवा प्राप्त करने के लिये 108 अथवा 104 कोई भी एक नम्बर डाॅयल करना पडेगा। जीवन वाहिनी इन्टीग्रेटेड एम्बुलेंस योजना के अन्तर्गत प्रसूताओं, नवजात शिशुओ के लिये तथा पुलिस व फाॅयर से संबधित आपातकालीन सेवाए प्रदान की जा रही है।
डाॅ.नायक ने बताया कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओ से संबधित शिकायत दर्ज करवाने, काउन्सलिंग तथा विभाग की विभिन्न योजनाओ के बारे में जानकारी 108 अथवा 104 कोई भी एक नम्बर डाॅयल करने पर प्रदान की जा रही है। जीवन वाहिनी इन्टींग्रेटेड एम्बुलेंस योजना की सेवाये सेवाप्रदाता जीवीकेईएमआरआई के माघ्यम से प्रदान की जा रही है तथा सेवाप्रदाता को प्रत्येक वैघ काॅल पर सेवाये प्रदान करना आवश्यक होगा एवं सेवा प्रदान नही करने पर उसके भुगतान में कटौती की जावेगी । राज्य स्तर पर योजना के सफल संचालन एवं माॅनिटरिगं व भुगतान प्रकिया को सुगम बनाने के लिये साॅफ्टवेयर तैयार किया गया है। साॅफ्टवेयर जीपीएस सिस्टम के माध्यम से घटना स्थल से निकटतम एम्बुलेंस की स्थिति बताने में सक्षम होगा, जिससे तत्काल निकटतम एम्बुलेंस को घटनास्थल पर भिजवाकर पीड़ित आमजन को लाभान्वित किया जावेगा। एम्बुलेंस के वाहन चालक भी मोबाईल एप के माध्यम से साॅफ्टवेयर से जुडें रहेगे जिससे एम्बुलेंस की स्थिति व उसके सम्पूर्ण आवागमन की जानकारी साॅफ्टवेयर में दर्ज होती रहेगी। साॅफ्टवेयर के माध्यम से सेवाप्रदाता द्वारा प्रदान की जा रही सेवाओ की गुणवत्ता का आकंलन किया जायेगा तथा साॅफ्टवेयर के माध्यम से सेवाप्रदाता को किये जाने वाले आॅनलाईन भुगतान की प्रकिया को सरल, पारदर्शी व तर्कसगंत बनाया गया है।
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