राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अन्तर्गत गठित मोबाईल हैल्थ टीमो ने 15 हजार 989 बच्चों का किया स्वास्थ्य परीक्षण
जैसलमेर , 14 अक्टूबर 2016 | डाॅं. एन.आर.नायक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अन्तर्गत 13 जुलाई 2016 से 30 सितम्बर 2016 तक जैसलमेर जिले के तीनों ब्लाॅको के लिये गठित तीन मोबाईल हैल्थ टीमो द्वारा तैयार माईक्रोप्लान अनुसार फिल्ड में जन्म से 18 वर्ष तक के जिले के कुल 15 हजार 989 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा कुल 1211 बच्चों को रैफर किया गया।
डाॅ. नायक ने बताया कि जैसलमेर ब्लाॅक अन्तर्गत गठित मोबाईल हैल्थ टीम द्वारा क्षैत्र के स्थित विद्यालयों एवं आॅगनवाड़ी केन्द्रों में 5,830 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा 262 बच्चों को क्षैत्र के प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए रैफर किया गया।
सम ब्लाॅक अन्तर्गत गठित मोबाईल हैल्थ टीम द्वारा क्षैत्र के स्थित विद्यालयों एवं आॅगनवाड़ी केन्द्रों में 5,768 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा 623 बच्चों को क्षैत्र के प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए रैफर किया गया ।
सांकडा ब्लाॅक अन्तर्गत गठित मोबाईल हैल्थ टीम द्वारा क्षैत्र के स्थित विद्यालयों एवं आॅगनवाड़ी केन्द्रों में 4,391 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा 325 बच्चों को क्षैत्र के प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए रैफर किया गया ।
डाॅ. नायक ने बताया कि जिले में संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य बाल विकास के चार विकारो जन्मजात विकृति, कमी/विकार बीमारी, देरी से विकास व डिसएबिलिटी का समय पर पहचान करना है। यदि कोई बच्चा 30 चिंहित बिमारियों में से किसी से भी ग्रसित पाया जाता है तो उसे ईलाज के लिए रैफरल व फोलोअप निशुल्क प्राप्त होगा साथ ही इस कार्यक्रम के अंतर्गत आवष्यक हुआ तो सर्जिकल ईलाज भी निषुल्क किया जायेगा। गंभीर बीमार बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर मोबाईल हैल्थ टीम के द्वारा बच्चों को रैफर किया जा रहा है।
डाॅ. नायक ने बताया कि जैसलमेर ब्लाॅक अन्तर्गत गठित मोबाईल हैल्थ टीम द्वारा क्षैत्र के स्थित विद्यालयों एवं आॅगनवाड़ी केन्द्रों में 5,830 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा 262 बच्चों को क्षैत्र के प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए रैफर किया गया।
सम ब्लाॅक अन्तर्गत गठित मोबाईल हैल्थ टीम द्वारा क्षैत्र के स्थित विद्यालयों एवं आॅगनवाड़ी केन्द्रों में 5,768 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा 623 बच्चों को क्षैत्र के प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए रैफर किया गया ।
सांकडा ब्लाॅक अन्तर्गत गठित मोबाईल हैल्थ टीम द्वारा क्षैत्र के स्थित विद्यालयों एवं आॅगनवाड़ी केन्द्रों में 4,391 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया तथा 325 बच्चों को क्षैत्र के प्राथमिक/सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों के लिए रैफर किया गया ।
डाॅ. नायक ने बताया कि जिले में संचालित राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम का मुख्य लक्ष्य बाल विकास के चार विकारो जन्मजात विकृति, कमी/विकार बीमारी, देरी से विकास व डिसएबिलिटी का समय पर पहचान करना है। यदि कोई बच्चा 30 चिंहित बिमारियों में से किसी से भी ग्रसित पाया जाता है तो उसे ईलाज के लिए रैफरल व फोलोअप निशुल्क प्राप्त होगा साथ ही इस कार्यक्रम के अंतर्गत आवष्यक हुआ तो सर्जिकल ईलाज भी निषुल्क किया जायेगा। गंभीर बीमार बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण कर मोबाईल हैल्थ टीम के द्वारा बच्चों को रैफर किया जा रहा है।
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